सामने वो थी पीछे मैखाना
जान मुश्किल में थी ये अब जाना
इक तरफ वो बुला रही थी मुझे
छलक रहा था पीछे पैमाना
इक शबाब का नशा था यारो
शराब का कम नहीं था उसकाना
दिल बहकने लगा जब मेरा
नशा क्या होता है ये तब जाना
साक़ी थोड़ा शराब पीने दे
कि होश मे ना रहे ये दिवाना
यूँ निगाहों से ना पिलाया कर
बड़ा कातिल है तेरा मुस्काना
तू जो चाहे ना देखू मैखाना
जान हाजिर भरूँगा हर्जाना
है मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही
और क्या दूँ मै तुझे नज़राना
यूँ झील-सी आँखो मे ना डुबाया कर
तैरना जानता नहीं परवाना
इतना नशा है तेरी इन आँखों में
कौन जाना चाहें मैखाना
मौसम हो रहा है आशिकाना
तेरी आँखों मे दिख रहा पैमाना
जान मुश्किल में थी ये अब जाना
इक तरफ वो बुला रही थी मुझे
छलक रहा था पीछे पैमाना
इक शबाब का नशा था यारो
शराब का कम नहीं था उसकाना
दिल बहकने लगा जब मेरा
नशा क्या होता है ये तब जाना
साक़ी थोड़ा शराब पीने दे
कि होश मे ना रहे ये दिवाना
यूँ निगाहों से ना पिलाया कर
बड़ा कातिल है तेरा मुस्काना
तू जो चाहे ना देखू मैखाना
जान हाजिर भरूँगा हर्जाना
है मुहब्बत के सिवा कुछ भी नही
और क्या दूँ मै तुझे नज़राना
यूँ झील-सी आँखो मे ना डुबाया कर
तैरना जानता नहीं परवाना
इतना नशा है तेरी इन आँखों में
कौन जाना चाहें मैखाना
मौसम हो रहा है आशिकाना
तेरी आँखों मे दिख रहा पैमाना
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